बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) नगर निगम चुनाव के बाद पहले निगम सभापति बनाने के लिए कांग्रेस ने एक जुट होकर यहां अपना निगम अध्यक्ष बनाया जिस में निर्दलीय पार्षदों को कांग्रेस में शामिल कर इस जंग को भाजपा से जीत सफलता हासिल कर ली परंतु अब उसी कांग्रेस को निगम में नेता प्रतिपक्ष बनाने में पसीने छूट रहे हैं नेता प्रतिपक्ष को लेकर तीन नाम सामने आए हैं जिसमें इस्माइल अंसारी फहीम हाशमी और अजय उदासीन के नाम शामिल हैं अजय उदासीन ने अपने को इस पद के लिए सबसे योगय बताते हुए पार्टी हाईकमान को भी पत्र लिख चुका है दो सप्ताह से अधिक का समय बीत जाने के बाद अब तक नेता प्रतिपक्ष को लेकर ऊँटकिसी करवट नहीं बैठ सका है मामला पार्टी हाईकमान के समक्ष रखा गया है इसी बीच नवनिर्वाचित निगम अध्यक्ष अनीता अमर यादव एवं कॉन्ग्रेस जिलाध्यक्ष अजय रघुवंशी के नेतृत्व में पार्षदों के एक दल ने प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से भोपाल पहुंच कर मुलाकात भी की है फिर भी अब तक इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है कांग्रेस पार्षद अजय उदासीन के द्वारा पार्टी हाईकमान को पत्र लिखकर नेता प्रतिपक्ष बनाने की मांग की है वही अब एक और कांग्रेस पार्षद ने सीधे तौर पर कॉन्ग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को अपना बायोडाटा देकर दावेदारी ठोक दी है इस बात को लेकर कांग्रेस पार्षदों में जमकर चिकल्लस भी हुई जिस से पार्षदों में असंतोष देखा गया है अब जबकि दो सप्ताह से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी इस्माइल अंसारी फहीम हाशमी अजय उदासीन के साथ अन्य एक नाम जुड़ने के बाद भी हाईकमान इस मामले को सुलझाने में सफल दिखाई नहीं दे रहा है पार्टी पार्षदों में यदि इसी प्रकार की आपसी चकल्लस होती रही तो फिर मामला किस प्रकार सुलझे गा यह समझ से परे है। जहां कांग्रेश अब तक नेता प्रतिपक्ष का फैसला नहीं कर पाई है वहीं भाजपा भी समय सीमा बीत जाने के बाद भी एम आई सी सदस्यों के नामों की घोषणा नहीं कर पाई है जिससे अब संवैधानिक संकट मंडराने लगा है ऐसे में जहां अब कांग्रेस को नेता प्रतिपक्ष के नाम की घोषणा कर देनी चाहिए वहीं भाजपा को भी एमआईसी का गठन मुकम्मल कर प्रथम बैठक आहू करना चाहिए इसके लिए आवश्यक है कि निगम की नवनिर्वाचित निगम अध्यक्ष अनीता अमर यादव को आगे आकर कोई पहल करनी चाहिए साथ ही सदन की बैठक होने पर शहर की समस्याओं पर ध्यान दिया जा सके।