बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) यौम ए आशूरा पर प्रतिवर्ष निकलने वाला शिया समुदाय का मातमी जुलूस सिंधीपुरा स्थित इमामबाड़े से निकला मातमी जुलूस शहर के मुख्य मार्गों यतीम खाना सुनार पट्टी दाऊद पुरा रोशन चौक इकबाल चौक गांधी चौक सिटी कोतवाली होते हुए सिंधीपुरा रोड से वापस इमामबाड़ा पहुंचा कोरोना संक्रमण के चलते 3 वर्षों से मातमी जुलूस सहित मोहर्रम के सभी आयोजनों पर पाबंदी होने से आयोजन नहीं हुए इस वर्ष मोहर्रम पर्व की अनुमति मिलने से मातमी जुलूस का आयोजन किया गया क्योंकि यह वर्ष आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है इसके चलते अमृत महोत्सव की झलक मातमी जुलूस में भी देखने को मिली यहां जुलूस में अलम के साथ-साथ तिरंगा भी पूरे समय लहराते नजर आया समुदाय के युवक जहां आलम लेकर चलते देखे गए वही साथ-साथ तिरंगा भी नजर आया मोहर्रम पर्व को मनाने की अनुमति 3 वर्ष बाद मिलने से मातमी जुलूस में भी जोश देखा गया यहां पूरे रास्ते समुदाय के युवक इमाम हुसैन और कर्बला में शहीद हुए लोगों की याद में मातम करते देखे गए मोहर्रम पर्व के मातमी जुलूस सहित अन्य आयोजनों के लिए जिला एवं पुलिस प्रशासन के द्वारा सुरक्षा के कड़े प्रबंध कर यातायात को लेकर भी विशेष व्यवस्था की गई है।