बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) सूर्य पुत्री मां ताप्ती के शुद्धिकरण के सारे प्रयास उस समय विफल होते नजर आए जब यहां पानी में ऑक्सीजन की कमी के चलते नदी की छोटी बड़ी सैकड़ों मछलियों ने दम तोड़ दिया दरअसल ताप्ती नदी पर कोई चेक डैम स्टेप डैम या बोरी बंधान नहीं होने से नदी का जल व्यर्थ बह गया नदी के शुद्धिकरण की सैकड़ों योजनाओं पर सरकारी और गैर सरकारी संगठन काम कर रहे हैं पर नदी के जल को संजो कर रखने पर ध्यान नहीं दिया गया और यही कारण है कि नदी का जल स्तर कम होने से पहावत नहीं होने तथा नदी में शहर का गंदा पानी सीधे तौर पर छोड़ने के चलते पानी में ऑक्सीजन की कमी होने पर यहां सैकड़ों छोटी बड़ी मछलियों ने अपने प्राण त्याग दिए या देख यहां पहुंचे पर्यटक प्रेमी दुखी हुए नगर निगम सहित जिला प्रशासन और सामाजिक संस्थाओं के द्वारा नदी और जल संरक्षण की बात तो की जाती है परंतु ताप्ती के जल को दूषित होने तथा नदी के जल को संजो कर रखने पर केवल हवा हवाई अमर हुआ है और यही कारण है कि यहां पानी में ऑक्सीजन की कमी के चलते मछलियों ने दम तोड़ा है शासन स्तर पर जल और नदी संरक्षण की बात की जाती है परंतु नदियों के व्यर्थ बहते जल को रोकने के लिए जमीनी स्तर पर प्रभावी कदम नहीं उठाए जाते हैं और यही कारण है कि ताप्ती नदी का जल स्तर जनवरी माह से निरंतर कम होते रहा है इस पर अनेक बार ध्यान भी आकर्षित कराएं परंतु यहां बोरी बंधान जैसी कोई कार्रवाई नहीं की और अब ताप्ती नदी सूखने के कगार पर है।