बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) बैंको के आधूनिकरण होने से अधिकांश कार्य मशीनों पर निर्भर होकर रह गया है। इन मशीनो के ठीक प्रकार से रख रखाव और प्रबंधन के ध्यान नही देने से बैंक उपभोक्ता परेशान है, दरअसल मामला है कि भारतीय स्टेट बैंक मुख्य शाखा और मंडी शाखा के पास बुक प्रिंटर खराब होने और नेट की कनेक्टीविटी खराब होने से यहां काम काज प्रभावित है। जिस की शिकायत उपभोक्ताओं के द्वारा बैंक प्रबंधक को किए जाने पर प्रबंधक द्वारा टेकनिकल को बुलाया गया है यह कहकर अपना पल्ला झाड रहे है। वैकल्पिक व्यवस्था कुच्छ नही वहीं तकनीकि जानकारो से मिली जानकारी के अनुसार पास बुक पर बार कोड लगने के बाद प्रिन्टर केवल प्रिन्टर मशीन से किया जाना अवश्यक है, बैंक काउंटर पर पास बुक प्रिंटर कराने पर 160 रूपये का शुल्क देना होगा। आधूनिकरण के नाम पर बैंको की इस अवैध वसूली पर कोई अंकुश नही है, आम बैंक उपभोक्ताओं इस व्यवस्था से परेशान होकर इधर उधर भटकने को मजबूर है। भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा के साथ मंडी शाखा कोतवाली ब्रांच के भी कुच्छ ऐसे ही हाल है, यहां पासबुक प्रिंटर मशीन चालू होने के बाद भी उपभोक्ता की पासबुक पर लगे बार कोड को गलत बताकर पासबुक प्रिंट नही करने की भी शिकायते सामने आने पर इस कि भी शिकायत प्रबंधक को करने पर उनके द्वारा अन्य कर्मचारी के सर जिम्मेदारी मठ अपना पल्ला झाड लिया। जिस के चलते उपभोक्ता परेशान होते देखे गए है, भारतीय स्टेट बैंक प्रबंधन इस ओर ध्यान दे इस के लिए अवश्यक है कि लीड बैंक मैनेजर इस ओर ध्यान देकर समस्या का समाधान कराऐ ताकि उपभोक्ताओं को राहत मिले।