बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) सड़कों पर अनफिट वाहनों का सरपट दौडऩा यात्रियों से अधिक किराए की वसूली अब यह आम बात हो गई है। आरटीओ राजेश भूरिया के चार्ज संभालने के बाद इसमें और अधिक बढ़ोतरी ही हुई है। उनकी इस कार्यशैली को लेकर आए दिन इस प्रकार की खबरें समाचार पत्रों की सुर्खियों में छाई है परंतु आरटीओ की कार्यशैली में कोई सुधार नहीं आया है। अनफिट वाहनों के सड़कों पर दौडऩे और उन में ग्रामीणों के द्वारा सफर करने से उनकी जान जोखिम में है। रावेर बुरहानपुर हो या फिर शाहपुर इच्छापुर खकनार व अन्य मार्गों पर ऐसे वाहन दौड़ रहे हैं वहीं यात्रियों से किराया भी अधिक वसूला जा रहा है, महाराष्ट्र महामंडल की एसटी बसों के कर्मचारियों के द्वारा हड़ताल पर होने से बुरहानपुर और महाराष्ट्र के बीच मध्य प्रदेश की गाडिय़ों पर यात्रियों का अधिक दबाव है, हड़ताल का बहाना और सड़कों के खराब होने का हवाला देकर बस ऑटो ऐपे चालक यात्रियों से अधिक किराया वसूल रहे हैं। बुरहानपुर से ग्रामीण अंचलों में चलने वाली यात्री बसों का रूट और किराया सूची प्रदर्शित होना चाहिए परंतु बस ऑपरेटर इसका उल्लंघन कर निर्धारित रूट और निर्धारित किराया पर अमल नहीं कर मनमानी कर रहे हैं, ऐसे सभी मामलों पर आरटीओ का ध्यान होना चाहिए परंतु यहां यह कहना अनुचित नहीं होगा कि यह खेल आरटीओ की मिली भगत से चल रहा है। आरटीओ को चाहिए कि वह निर्धारित रूट निर्धारित किराए पर बसों का संचालन कराएं तथा वाहनों में कोरोना गाईड लाईन का पालन करते हुए ओवरलोड सवारियों का परिवहन करने से रोके ताकि यात्रियों को सुविधा और सुरक्षा मिल सके।