बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) दादा दयालू के नाम से चर्चित खंडवा संसदीय क्षेत्र के नवर्निवाचित सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल पहले ही अपनी सादगी और मधुर भाषी के साथ दादा दयालू के नाम से क्षेत्र में जाने जाते है, परंतु उनकी सादगी पर चार चांद उस समय और लग गए जब सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल शनिवार तडके सचखंड एक्सप्रदेस से अपनी पत्नि के साथ दिल्ली से बुरहानपुर पहुंचे स्टेशन पर उतर सादगी के साथ बाहर आकर ऑटो रिक्षा कर अपने घर पहुंचे नाकोई शोर शराबा ना स्वागत की बेला एक आम आदमी की तरहां टे्रन से उतर घर पहुंचे, दरअसल मामला यह है कि 30 अक्टूबर को खंडवा संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव में 2 नवंबर को जीत हासिल करने के बाद संासद र्निवाचित घोषित किए गए, सांसद बनने के बाद पहली बार ज्ञानेश्वर पाटिल संसद भवन पहुंच कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह व अन्य वरिष्ठ मंत्रीयों की उपस्थिति में सदन में शपथ ग्रहण कर शीतकालीन सत्र में उपस्थित हुए तथा संसद के दो दिन के अवकाश के चलते वह अपने ग्रह नगर बुरहानपुर पहुंचे शनिवार तडके बुरहानपुर पहुंचने पर स्टेशन पर मौजूद लोगों ने उन्हें इस सादगी के साथ देख दादा दयालू भूमिका से प्रभावित हुए इस अवसर उन्होने कहा की मेरे संसद भवन में शपथ ग्रहण करने पर जितनी खुशी मुझे हुई उससे ज्यादा हमारे संसदीय परिवार के मुखिया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे पर देखने को मिला उन्होने क्षेत्र विकास के मुद्दो पर कहा कि जो काम स्वं. नंदु भैया के कार्यकाल के अधूरे रह गए है मरेी प्रार्थमिक्ता उन्हें पूरा कराना है।