बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) शिक्षा के व्यापार का रूप धारण करने से गली मोहल्ले में स्कूलों का संचालन आम बात हो गई है शिक्षा विभाग के स्कूल संचालक के नियम ताक में रखकर निजी स्कूल खोलने का धंधा जोरों पर है ऐसा ही एक मामला अचीर्व नेशनल स्कूल का सामने आया जहां स्कूल संचालक और एबीवीपी के कार्यकर्ताओं के साथ विवाद को लेकर एक दूसरे पर आरोप लगने के बाद मामला लालबाग थाने पहुंचा जहां एबीवीपी के छात्रों ने जमकर नारेबाजी कर स्कूल संचालक पर गुंडागर्दी के आरोप लगाए तो वही स्कूल संचालक समीर गुप्ता ने एबीवीपी के नेताओं द्वारा अनावश्यक पूछताछ कर धमकी देने के आरोप लगे हैं मामला एबीवीपी और स्कूल संचालक के बीच का है स्कूल को 8वी कक्षा तक की मान्यता है परंतु यहां 12वीं तक स्कूल का संचालन के साथ कोचिंग क्लास भी संचालित की जा रही है स्कूल शिक्षा अधिनियम के तहत स्कूल संचालित हो रहा है यह नहीं यह देखना विभाग का काम है परंतु एबीवीपी के नेताओं के इस प्रकार स्कूल परिसर में घुसकर पूछताछ कहां तक उचित है जबकि वास्तविकता यह है कि शहर में अन्य और भी स्कूल है जो नियमों के तहत संचालित नहीं हो रहे मनमानी फीस की वसूली की जा रही है वहां एबीवीपी की नजर क्यों नहीं बहरहाल मामला लालबाग थाने तक पहुंच चुका है जहां पुलिस के साथ ही तहसीलदार रामलाल पगारे इस मामले में दोनों पक्षों से पूछताछ कर रहे हैं इन समाचारों के लिखे जाने तक मामला पुलिस और तहसीलदार की पूछताछ के बीच है देखें ऊंट किस करवट बैठता है अगर एबीवीपी की शिकायत पर स्कूल संचालक पर मामला दर्ज होता है तो फिर शहर की उन स्कूलों के संचालकों पर भी जो नियम कायदों को ताक में रखकर स्कूल संचालित करते हैं।