बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) खंडवा संसदीय क्षेत्र का उपचुनाव सर पर है चुनाव आयोग तारीखों का एलान कर चुका है और कांग्रेस है कि अभी सर्वे और टेबल वर्क तक सिमित ऐसे में चुनाव किस प्रकार जीता जा सकता है। जब कि भाजपा उपचुनाव को लेकर बहुत पहले से तैयारीयों में जुटकर अब चुनाव फेस करने की तैयारी में है। शनिवार को कांग्रेस के दो पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल और सचिन यादव कांग्रेस के बूथ और मंडल स्तर के प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहुंचे यहां दोनों ही नेताओं ने कार्यकर्ताओं और बूथ मंडलम के जिम्मेदारों को सलाह दी कि वह ऐसे लोगों की तलाश कर उन पर अपनी पकड बनाऐ जो किसी राजनीतिक विचार धारा के नही हो। अब जब कि उपचुनाव को फेस करने का समय है यहां पूरी रणनीति के साथ चुनाव मैदान में उतर कर भाजपा का मुकाबला करना है ऐसे में दो पूर्व मंंत्रीयों की कार्यकर्ताओं को दी गई सीख कब काम करेगी और कब कांग्रेस का कार्यकर्ता भाजपा से टक्कर लेने के लिए तैयार होगा। कांग्रेस बूथ मंडलम प्रशिक्षण शिविर को सम्बोधित करने विशेष रूप से प्रशिक्षक भी भोपाल से बुरहानपुर पहुंचे परंतु उनका यह प्रशिक्षण कब काम आऐगा। मंत्री द्वय ने भाजपा की प्रदेश में 18 वर्षो की सरकार को बेरोजगारी और भ्रष्टाचार का पुलिंदा तो बता दिया परंतु इन 18 वर्षो में भाजपा के भ्रष्टाचार और प्रदेश में बढती बेरोजगारी को लेकर कोई बडा आंदोलन नही कर सकी ऐसे में इस उपचुनाव में वह किस प्रकार इस मुद्दे को भूना कर वोट हासिल कर सकती है। प्रदेश में पिछले 18 वर्षो में बढती बेरोजगारी और भ्रष्टाचार को भाजपा कार्यकर्ताओं की पीडा बताकर यह तो कह दिया कि भाजपा कार्यकर्ता इतना सब कुछ होने पर भी वह अपनी सरकार होने से कुछ बोल नही पा रहा है पर कांग्रेस समय रहते इस को भी भुना नही पाई है। ऐसे में अब उपचुनाव सर पर है कांग्रेस अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित नही कर सकी तो फिर कार्यकर्ता किस प्रकार मैदान में कूदकर भाजपा का मुकाबला करे। इस के लिए जरूरी है कि अब कांग्रेस को सीधे तौर पर मैदान में उतर कर भाजपा के घोषणावीर मुख्यमंत्री की घोषणाओं की पोल खोलकर सामने रख दे तो आम मतदाता कांग्रेस के पक्ष में आस करता है।