बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) चुनाव प्रचार का शोर थमने के साथ चुनाव लड रहे भाजपा कांग्रेस एमआईएम और एक र्निदलीय की धडकने तेज हो गई है अब केवल खामोश दस्तक दे रहे है, शुक्रवार को मतदान होना है जिस के लिए पोलिंग पार्टीयों मतदान केन्द्रो तक पहुंच चुकी है बुरहानपुर की बहुचर्चित इस सीट पर चतुर कोणीय मुकाबला होना है जिस में कांग्रेस से र्निदलीय सिटिंग विधायक ठा सुरेन्द्र सिंह को अधिकृत प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतारा है वहीं भाजपा की ओर से पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस फिर एक बार भाजपा की ओर से चुनाव मैदान में है, भाजपा ओर कांग्रेस के दोनों ही अधिकृत प्रत्याशीयों का क्षेत्र में भारी विरोध रहा विरोध के चलते भाजपा और कांग्रेस के सैकडो नेता और कार्यकर्ता बगावत कर उपने पदों से त्याग पत्र दे चुके जिन्हें पार्टी की प्रार्थमिक सदस्यता से पार्टी के द्वारा निषकासित किया है, और यही कारण है कि यहां मुकाबला चतुर कोणीय हो गया। कांग्रेस के बागीयों ने विरोध स्वरूप अधिकृत प्रत्याशी के सामने एमआईएम से नफीस मंशा खान को चुनाव मैदान में उतारा है तो भाजपा प्रत्याशी अर्चना चिटनीस के विरोध में भाजपा के नाराज नेताओं और कार्यकर्ताओं ने हर्षर्वधन सिंह को मैदान में उतारा है, इन्होने भी भाजपा से टिकिट की दावेदारी की थी परंतु भाजपा की आपसी गुटबाजी के चलते उन्हें टिकिट नही मिलने पर विरोध स्वरूप वह भाजपा की अधिकृत प्रत्याशी के समक्ष चुनाव मैदान में है जिस से सीधा मुकाबला चतुर कोणीय हो गया, हर्ष र्वधन स्व. नंदकुमार सिंह चौहान के पुत्र होने के चलते क्षेत्र में अच्छी पकड है वहीं बुरहानपुर से कांग्रेस से अल्पसंख्यक प्रत्याशी नही देने के चलते नफीस मंशा खान चुनाव मैदान में है अब जब कि प्रचार थम चुका है शुक्रवार 17 नवंबर को मतदान होना है ऐसे में मतदाता अब इस चतुर कोणीय मुकाबले के बीच अपने मताधिकार का उपयोग कर किसी एक के भागय को ईवीएम में लॉक करेगा।