बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) विधानसभा चुनाव के लिए मतदान को केवल तीन दिन का समय बचा है ऐसे में प्रत्याशी धुआंधार जनसंपर्क रैलियां कर मतदाताओं के द्वार दस्तक दे रहे हैं प्रत्याशियों की इस जनसंपर्क रैलियों में नाबालिक बच्चे झंडा लेकर इसकी शोभा बने हुए हैं जबकि चुनाव आयोग के सख्त निर्देश है कि चुनावी प्रचार में नाबालिक बच्चों का उपयोग नहीं किया जाए परंतु प्रत्याशी इस और ध्यान नहीं दे रहे हैं साथ ही जिम्मेदारों का भी इस और कोई ध्यान नहीं है चुनाव आयोग में व्यस्त प्रत्याशी अपने अंतिम समय में पूरी ताकत झोंकने में लगे हैं बुरहानपुर विधानसभा में चतुर कोणीय मुकाबला है 3 लाख 50 हजार मतदाता चार प्रमुख प्रत्याशियों में से किसी एक को चुनेंगे ऐसे में 70 से 80 हजार से अधिक मत जिस भी प्रत्याशी को मिलेंगे जीत का सेहरा उसके सर बंध सकता है राष्ट्रीय पार्टियों के साथ एमआईएम और एक निर्दलीय के मैदान में होने से यहां राष्ट्रीय पार्टियों की जीत का गणित गड़बड़ा गया है राष्ट्रीय पार्टियों के स्टार प्रचारक भी इस सीट से मुंह मोड़ चुके हैं जबकि एमआईएम अपने बड़े नेताओं की सफल सभाएं आयोजित कर चुका है तथा आगामी दो दिनों में और सभाएं आयोजित होना है वहीं राष्ट्रीय पार्टी भाजपा और कांग्रेस के भी बड़े नेता प्रचार के अंतिम दिन से पूर्व सभाएं करेंगे ऐसे में क्षेत्र का मतदाता अब तक मतदान को लेकर कोई मूड नहीं बना सका है वहीं क्षेत्र से अल्पसंख्यक प्रत्याशी की टीस अल्पसंख्यक मतदाताओं के दिलों से अब तक दूर नहीं हुई है अब जबकि दो दिन बाद प्रचार के थमने और फिर मतदान के बाद प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम मशीनों में बंद होने को है ऐसे में प्रत्याशी बहुत अधिक —-है।