बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) शहर की रीढ कहलाने वाला पावरलूम उद्योगऔर उस में लगे मजदूरों की मजदूरी 3 वर्ष से नहीं बढ़ाए जाने टेप्लेंथ और सूत की घटटीका मामला पिछले 3 माह से श्रम विभाग में पावर लूम बुनकर संघ और टेक्सटाइल वेलफेयर ट्रेडर्स के बीच अटका हुआ था इस मामले को हल करने के लिए जिला प्रशासन भी मध्यस्था कर चुका था परंतु दोनों पक्ष के बीच कुछ तकनीकी मामलों पर सहमति नहीं बन पा रही थी परंतु 23 सितंबर को श्रम विभाग में दोनों पक्षों के बीच बड़ी जद्दोजहद के बाद मामला सुलझ गया और टेक्सटाइल वेलफेयर ट्रेडर्स ने बुनकर संघ की मांग को पूरा करते हुए मजदूरी बढ़ोतरी को स्वीकार कर टेप्लेंथ 102 मीटर निर्धारित कर सूत घटटी के मामले में पावर लूम सर्विस सेंटर की रिपोर्ट को दोनों पक्ष मानेंगे पर आगामी दिसंबर 2024 तक के लिए सहमति बन कर अनुबंध किया गया । पूरा मामला दोनों पक्षों के बीच श्रम विभाग में श्रम अधिकारी की मौजूदगी में तय हुआ अब पावरलूम मजदूर को 25 रुपए 25 पैसे प्रति पिक प्रति मीटर के मान से मजदूरी आगामी 16 अक्टूबर से मिलने लगेगी इस पूरे मामले की जानकारी पावरलूम बुनकर संघ के अध्यक्ष अधिवक्ता रियाज अहमद अंसारी ने मजदूरों की एक बैठक बुलाकर शुक्रवार को उन्हें दी जिससे मजदूरों में हर्ष है। वही वरिष्ठ बुनकर नेता इकराम उल्लाह अंसारी उर्फ गब्बू सेठ ने पावर लूम बुनकर संघ के द्वारा ढाई वर्ष का अनुबंध करने पर आपत्ति उठाते हुए कहा की अनुबंध 11 माह का किया जाना चाहिए था इस बीच महंगाई बढ़ने से मजदूरों को नई मजदूरी नहीं मिल सकेगी इसको लेकर बैठक में विवाद की स्थिति भी बनी जिस पर पावर लूम बुनकर संघ अध्यक्ष ने कहा कि 3 वर्ष पूर्व 11 माह का अनुबंध होने पर 3 वर्ष तक मजदूरी नहीं बढ़ी तो फिर अब इसका जवाब क्या है। वर्तमान में व्यापार व्यवसाय के हालात ऐसी नहीं है कि 11 माह में मजदूरी बढ़ाने की मांग की जा सके ऐसे हालात के तहत ढाई वर्ष का अनुबंध मजदूर के हक में ही किया गया है साथ ही दशकों पुरानी टेप्लेंथ और सूत घटटी के मामले का भी स्थाई निराकरण कर लिया गया है जो शहर के बुनकरों के हित का है पावर लूम बुनकर संघ अध्यक्ष अधिवक्ता रियाज अहमद ने बुनकर मजदूरों के इस मामले को सौहार्दपूर्ण माहौल में हल कराने पर श्रम अधिकारी और जिला प्रशासन का आभार माना है।