बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) प्रदेश के विद्युत मंडल के समाप्त होने के बाद विद्युत की पूर्ण व्यवस्था प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के द्वारा संचालित की जा रही है जिसका पूरा अमला संविदा और आउट सोर्ससे से कर्मचारियों की बैसाखी पर टिका है यह कर्मचारी लंबे समय से शासन से अपनी मांगों को पूरा करने की मांग करते आ रहे हैं लेकिन सरकार के द्वारा ध्यान नहीं दिए जाने के चलते पर देश भर के 45 हजार से अधिक कर्मचारी आगामी 21 जनवरी से हड़ताल पर जा रहे हैं इसको लेकर एक ज्ञापन जिला कलेक्टर को दिया गया कर्मचारियों की मांग है कि संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जाए तथा आउट सोर्सेस कर्मचारियों को विद्युत विभाग में संविलियन किए जाने की मांग की जा रही है परंतु प्रदेश सरकार के द्वारा ध्यान नहीं दिए जाने से कर्मचारी संयुक्त मोर्चे के तत्वधान में हड़ताल पर जा रहे हैं बुरहानपुर में लगभग 500 से अधिक संविदा और आउट सोर्सेस कर्मचारी कार्यरत हैं प्रदेश स्तरीय विद्युत विभाग के कर्मचारियों की हड़ताल के चलते प्रदेश भर में ब्लैकआउट की स्थिति बनने की संभावना है पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में कर्मचारी संविदा नियुक्ति और आउटसोर्सिंग कर्मचारी के रूप में कार्य कर रहे हैं इन्हीं की बैसाखी पर पूरा विभाग संचालित हो रहा है चाहे वह तकनीकी विभाग हो या फिर ऑफिशियल कर्मचारी सभी संविदा और आउट सोर्सेपर कार्य कर रहे हैं इस आंदोलन के संबंध में कर्मचारी नेता सरदार पवन सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि इस हड़ताल से उद्योग अस्पताल व अन्य सभी सेवाएं प्रभावित होगी क्योंकि सभी कार्य विद्युत से ही संचालित होते हैं विद्युत कर्मचारियों की 6 जनवरी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी थी इसी बीच पी एस विद्युत विभाग के आश्वासन पर स्थगित की गई थी उनका कहना था कि दो-चार दिन में सभी जायज मांगे मान ली जाएंगी परंतु ऐसा नहीं होने पर अब प्रदेश के कर्मचारी 21 जनवरी से हड़ताल पर होंगे ऐसे में प्रदेश भर में ब्लैकआउट की स्थिति से भी इनकार नहीं किया जा सकता।