बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत परिवार नियोजन के तहत जिला मुख्यालय सहित एस सी और सीएससी स्तर तक इन शिविरों का आयोजन सप्ताह में दो बार किया जाता है जिसमें स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं आंगनवाड़ी साहिकाओं के द्वारा महिलाओं को प्रेरित कर उन्हें नसबंदी शिविर में लाकर उनका परिवार नियोजन के तहत ऑपरेशन कर राष्ट्रीय कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाती है परंतु परिवार नियोजन के इन शिविरों में आने वाली महिलाओं के छोटे बच्चों सहित परिजनों के बैठने की कोई व्यवस्था शिविर प्रभारी के द्वारा नहीं किए जाने से परिवार नियोजन का यह शिविर अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़ जाता है इस संबंध में जब शिविर प्रभारी से बात की गई तो उनका दो टूक टका सा जवाब इसके लिए उन्हें कोई निर्देश नहीं है प्रातः से पहुंचने वाली हितग्राही महिलाओं और उनके छोटे बच्चों के लिए कोई उचित बैठक व्यवस्था नहीं होने से उन्हें परेशान होते देखा गया है राष्ट्रीय प्रोग्राम में शामिल परिवार नियोजन के लिए बुरहानपुर के जिला अस्पताल में कोई एलटीटी सर्जन नहीं होने तथा इंदौर से सर्जन के बुरहानपुर आने पर ही खकनार बुरहानपुर और शाहपुर के सीएससी सेंटर में ऑपरेशन होते हैं जबकि हितग्राही महिलाओं को प्रातः 9 बजे से बुलाया जाता है जिले के सरकारी अस्पताल में कोई एलटीटी सर्जन भी नहीं होने से यहां स्थिति और अधिक गंभीर बनी हुई है शिविर प्रभारी इन हितग्राही महिलाओं के परिजनों तथा छोटे बच्चों के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं कर उनका साफ कहना है कि उन्हें नसबंदी के लिए मानदेय की राशि सीधे उनके खाते में डाली जाती है इसलिए उन्हें अपनी व्यवस्था स्वयं करना चाहिए।