इच्छापुर की मासूम बालिका खुशी बोदड़े की हत्या की आरोपिया गिरफ्तार मासूम बालिका का साड़ी से गला घोंटकर की थी हत्या

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बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) इच्छापुर बहुचर्चित मासूम खुशी हत्याकांड मामले का शनिवार को पुलिस अधीक्षक के द्वारा खुलासा करते हुए मीडिया को बताया गया कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सखाराम सेंगर व एसडीओपी नेपानगर यशपाल सिंह ठाकुर के मार्ग दर्शन में शाहपुर थाना पुलिस ने इच्छापुर की बालिका खुशी के सनसनीखेज व बहुचर्चित हत्याकांड का खुलासा कर दिया है, 23 दिसंबर को फरियादी दिलीप बोदड़े निवासी इच्छापुर द्वारा रिपोर्ट की गई थी कि उसकी बेटी खुशी उम्र 17 माह को कोई अज्ञात व्यक्ति अपहरण कर ले गया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रकरण में पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढ़ा द्वारा एक विशेष टीम का गठन कर अपहृत बालिका खुशी के अज्ञात आरोपी की तलाश की गई, सघन तलाशी के दौरान 25 दिसंबर को अपहृत बालिका खुशी का शव उसके घर से थोड़ी दूरी पर एक खण्डहर कुए के अंदर एक बोरी में बंद पाया गया था। मामले में घटनास्थल तथा फरियादी के मकान के आसपास के कई लोगों से पूछताछ की गयी तथा एफएसएल व डीएनए परीक्षण कराया गया। पुलिस द्वारा सायबर सेल की मदद से संदग्धों के मोबाईल लोकेशन व कॉल डिटेल खंगाली गई। प्रकरण में अनुसंधान करते जानकारी प्राप्त हुई कि मृतिका खुशी के घर के पास रहने वाले नितिन महाजन के पड़ोस की अलकाबाई पति सुनील से प्रेम संबंध थे। नितिन तथा मृतिका खुशी की माँ मंगला का घर आमने.सामने है जब नितिन कभी मंगला के सामने खड़ा रहता था तो इस बात को लेकर अलका को शंका होती थी कि नितिन के मंगला से भी प्रेम संबंध है तथा इस बात को लेकर दोनो के बीच आए दिन विवाद भी हुवे। मंगला की लड़की खुशी को अपने घर ले जाकर खिलाता था। इस बात को लेकर भी नीतिन से नाराज रहती थी व नितिन को खुशी को उसके घर ले जाने व खिलाने से मना करती थी। 23 दिसंबर को संदेही अलका के मोबाईल से जिन नंबरों से बात हुई थी उनकी भी तस्दीक सायबर सेल द्वारा की गयी। संदेही अलका मराठा द्वारा प्रकरण की शुरूआत से ही बार.बार अलग अलग बातें कर पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा था। मृतिका खुशी का शव मिलने के बाद अलका द्वारा पुलिस को गुमराह करने के उद्देश्य से अज्ञात नाम से रितेश उर्फ गोलू बोदड़े के नाम से चि_ी लिखकर फेकी थी ताकि पुलिस का शक अन्य व्यक्ति पर जाये। संदेही अलका से नितिन व उसके बीच प्रेम प्रसंग होने तथा घटना में उसकी संलिप्तता के संबंध में विस्तृत पूछताछ की गई जिसमें आरोपिया अलका द्वारा अपराध करना स्वीकार किया गया तथा उसने बताया कि उसे नितिन तथा मंगला के बीच प्रेम संबंध होने की शंका थी तथा इस बात से कई बार उसका नितिन से विवाद भी हुआ था। अलका द्वारा पूर्व में भी नितिन को खुशी को लेने और उसके घर ले जाने खिलाने से मना किया था। अलका तथा नितिन का मंगला और खुशी को लेकर व्हाटसअप पर बातचीत के दौरान झगड़ा हुआ था इस कारण अलका ने गुस्से व जलनवश खुशी को मारने का सोचा ताकि खुशी के कारण मंगला और नितिन का मिलना जुलना बंद हो 23 दिसंबर को जब मोहल्ले में बाहर कोई नही था उस समय अलका द्वारा खुशी को उसके घर के सामने से उठाकर अपने घर के अंदर ले जाकर साड़ी से उसका गला घोंटकर उसे मार दिया और फिर उसे घर में पड़ी बोरी में भरकरए बोरी में लगी रस्सी से ही बोरी का मुँह बाधकर पास ही सूखे कुऐ में फेंक कर वापस घर आ गयी। प्रकरण में आरोपियाँ द्वारा जुर्म करना स्वीकार करने व अनुसंधान में आए साक्ष्यों के आधार पर पुलिस द्वारा आरोपी अलका पति सुनील मराठा निवासी माली मोहल्ला इच्छापुर को गिरफ्तार कर लिया है।

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