बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) स्वच्छता सर्वेक्षण देर से ही सही जल्द होना है लेकिन शहर में कचरा कलेक्शन करने वाले छोटे-बड़े हाथ गाड़ी सभी की हालत खस्ता है। नगर निगम इन वाहनों के रख रखाव पर खासा बजट खर्च करता है परंतु फिर भी वाहनों की खस्ता हालत को देखते हुए निगम आयुक्त को गैरेज का औचक निरीक्षण करना पड़ा बड़ा बजट खर्च करने तथा लाखों डीजल पर खर्च करने के बाद भी वाहनों की हालत खस्ता है तथा शहर के अनेक वार्डों में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन गाड़ियां नहीं पहुंचने की अनेक शिकायतें हैं कचरा कलेक्शन के नाम पर निगम ₹50 माह की वसूली करता है इसी के साथ स्वच्छता कर के नाम पर भी शहर वासी निगम को कर चुकाते हैं लेकिन इसके बाद भी वार्डों में गंदगी का अंबार है यहां दलेल और नालियों की सफाई के लिए कर्मचारी नहीं पहुंच रहे हैं अब ऐसे में जब शहर से कचरा ढोने वाले वाहनों की हालत खस्ता हो कर्मचारी समय पर नियमित रूप से वार्डों में सफाई नहीं करेंगे तो फिर स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में बुरहानपुर कैसे नंबर वन होगा पिछले वर्षों में स्वच्छता सर्वेक्षण के नाम पर जो कार्य किए गए थे वह अब नदारत है इसके लिए निगम को फिर लाखों खर्च करना होगा जबकि वर्ष 2023-24 का बजट अब तक परिषद की अभिस्वीकृति में अधर में अटका है ऐसे में नए खर्च कैसे संभव है।