बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) जिले के सरकारी अस्पताल में प्रशासन से लेकर राजनीतिक पार्टियों का ध्यान जिला अस्पताल की सफाई व्यवस्था पर केंद्रित है इसी को लेकर मंगलवार को जनसुनवाई में आप पार्टी के द्वारा ज्ञापन देकर एक सप्ताह में सुधार का अल्टीमेटम दिया गया है परंतु यहां साफ-सफाई व्यवस्था से अधिक मूलभूत इलाज मिलने की है इस ओर किसी का ध्यान नहीं है यहां आने वाले मरीजों को विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी से इलाज नहीं मिल रहा है डॉक्टर और टेक्नीशियन के अनेकों पद खाली हैं जिसके अभाव में मरीजों को इलाज के लिए निजी नर्सिंग होम का मुंह देखना पड़ रहा है एनेस्थीसिया डॉक्टर की कमी से दो वर्ष से रूटीन के ऑपरेशन जिला अस्पताल में बंद हैं नेताओं के द्वारा सैकड़ों उपकरण तो अस्पताल को दिलवाए लेकिन उन उपकरणों के टेक्नीशियन नहीं होने से उसका लाभ यहां आने वाले मरीजों को नहीं मिल रहा है और यह उपकरण स्टोर की ज़ीनत बने हुए हैं भला ऐसे में अस्पताल की पहली जरूरत डॉक्टर और टेक्नीशियन है साफ सफाई व्यवस्था तो सेकेंडरी बात है पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग के एक निरीक्षण में जिला अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर को साफ सफाई में प्रथम स्थान मिला है और वह भी क्यों ना मिले जब ऑपरेशन थिएटर में ऑपरेशन ही नहीं हो रहे हैं तो फिर वहां गंदगी कैसे होगी यहां जरूरत है तो डॉक्टरों की खाली पदों पर नियुक्ति टेक्नीशियन स्टाफ की नियुक्ति अगर जिला अस्पताल को लेकर कोई आंदोलन करना है तो डॉक्टर और तकनीकी स्टाफ की भर्ती को लेकर किया जाए ताकि यहां आने वाले मरीजों को हर बीमारी का इलाज मिल सके इसके लिए जरूरी है कि राजनीतिक पार्टियों को इसके लिए आगे आकर सरकार और जिम्मेदारों पर दबाव बनाकर अल्टीमेटम दिया जाना चाहिए आज यहां आने वाले मरीजों को प्राथमिक उपचार के अलावा कोई गंभीर बीमारी होने पर उसे इंदौर रिफर किया जाता है जो मरीज के परिजनों के लिए परेशानी का कारण बनता है