बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक डॉक्टर मोहन भागवत रविवार को अपने दो दिवसीय दौरे पर बुरहानपुर पहुंचे यहां उन्होंने ताप्ती नदी के तट पर गोविंद नाथ महाराज की समाधि का लोकार्पण किया गोविंद नाथ महाराज अहिल्याबाई होलकर के गुरु माने जाते थे 1933 में संघ की पहली शाखा की शुरुआत भी यहीं से की गई थी ताप्ती नदी में बाड के चलते समाधि स्थल जीर्ण शीर्ण अवस्था में हो गया था जिसका जीर्णद्वार किया गया है इसका लोकार्पण आर एस एस के सरसंघचालक डॉक्टर मोहन भागवत ने किया इस अवसर पर यहां धर्म संस्कृति सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि बहुत से राष्ट्र दुनिया में आए और चले गए भारत तब भी था आज भी है और कल भी रहेगा क्योंकि यह धर्म का काम है हमें देश में भारतीय मतों को मानने वाले लोगों में जो विचार आ गया है उन्हें धर्म की जड़ों में स्थापित करना है यहां मोहन भागवत ने कहा कि हम बाहर की परिस्थितियों का विचार करते हैं और बौखला जाते हैं यहां हमें बोखलाने की जरूरत नहीं है इस अवसर पर शंकराचार्य महामंडलेश्वर हरिहरानंद महाराज अमरकंटक जितेंद्र नाथ महाराज श्रीनाथ पीठाधीश्वर सहित अन्य संत भी यहां मौजूद थे सर संचालक द्वारा समाधि स्थल का लोकार्पण करने के बाद शिकारपुरा स्थित गुर्जर भवन में धर्म संस्कृति सम्मेलन को भी संबोधित किया गया सर संचालक डॉक्टर मोहन भागवत अपने दो दिवसीय दौरे में सोमवार को आर एस एस शाखा समर्थ का लोकार्पण भी करेंगे।