बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) जिला अस्पताल में पदस्थ डॉक्टरों की रोटेशन ड्यूटी का प्रावधान है तथा यह जिम्मेदारी आर एम ओ की है कि वह 24 घंटे में 3 डॉक्टर की ड्यूटी रोटेशन अनुसार अमर जेंसी विभाग में लगाएं ताकि यहां आने वाले मरीजों का उपचार हो सके यहां सर्वाधिक पुलिस केस और एक्सीडेंटल मामले अधिक होते हैं जिनमें कार्यवाही जिला अस्पताल में पदस्थ विभागीय डॉक्टरों को करना अनिवार्य है इसी के चलते 3 डॉक्टर की ड्यूटी लगाकर उसका उल्लेख यहां लगे सूचना पटल पर भी किया जाता है ताकि आवश्यकता होने पर मरीज और उनके परिजनों को मालूम हो कि ड्यूटी किस डॉक्टर की है यहां याद भी आवश्यक है कि ड्यूटी डॉक्टर का मोबाइल नंबर भी सूचना पटल पर प्रदर्शित किया जाए पर यहां देखा गया है कि अमर जेंसी विभाग में ड्यूटी डॉक्टर के रूप में किसी पात्र डॉक्टर का नाम होता है तो मौके पर उसके बदले किसी अन्य डॉक्टर के द्वारा ब्यूटी की जाती है जब इस संबंध में मामला अस्पताल अधीक्षक एवं सिविल सर्जन डॉक्टर बसंत सारस्वत के संज्ञान में लाया गया तो प्रथम दृष्टया उन्होंने इस को गलत बताते हुए कहा कि इसके लिए अलग से आदेश निकाला गया है तथा सभी संबंधितों को अवगत कराया गया है इसके बाद भी यदि ऐसा हो रहा है तो वह गलत है वह स्वयं अमर जेंसी विभाग में पहुंचकर ड्यूटी चार्ट और भौतिक सत्यापन करेंगे दरअसल जिले के सरकारी अस्पताल में यह परंपरा चली आ रही है कि 8 और 12 घंटे की ड्यूटी डॉक्टरों की लगने पर वह अस्पताल के ही एक अन्य डॉक्टर जो जर्नल प्रैक्टिस के लिए मान्य नहीं है उनसे अमरजेंसी में ड्यूटी करा कर निजी स्वार्थ पूर्ति कर दी जाती है जो ऐसे में मरीजों के साथ खिलवाड़ है नियमानुसार अमरजेंसी विभाग में एम बी बी एस स्तर का डॉक्टर होना अनिवार्य है परंतु इस ओर किसी का भी ध्यान नहीं है और ऐसे में अन्य गंभीर मामलों में पात्र डॉक्टर के पहुंचने तक मरीज की जान से खिलवाड़ किया जाता है जो कभी गंभीर घटना को अंजाम दे सकता है।