बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) उपचुनाव की आचार संहिता और कोरोना गाईड लाईन के बीच जश्र ईद ए मिलादुन्नबी का पर्व अधिवक्ता खलील अंसरी, मौलाना कलीम अशरफ और मोमिन जताअत के सदर परवेज सलामत की अगवाई में मनाया गया। इस अवसर पर लोहार मंडी स्थित मदरसा अशरफीया से एक जूलूस निकाला गया जो शहर के लोहार मंडी मला मोमिनपुरा शनवारा जयस्थम से होकर हरीरपुरा पीलू की मस्जिद पर समाप्त हुआ जुलूस में युवा अपने हाथों में झंडे लेकर उन्हें लहराते हुए अपनी अकीदत का इजहार करते नजर आऐ। शासन की गाईड लाईन के अनुसार जुलूस में वाहनों पर पाबंदी होने से लोग पैदल शामिल हुए। जहां इस अवसर पर भव्य जुलूस का आयोजन हुआ। वहीं सोहरवर्दी फाउंडेशन की ओर से ब्लड डोनेशन का आयोजन किया जिस में 25 यूनिट ब्लड डोनेट किया गया। वहीं न्यामतपुरा के पूर्व पार्षद पति की ओर से जिले के सरकारी अस्पताल में मरीजो को फल एंव दूध के पैकेट का वितरण किया गया। कोरोना संक्रमण के चलते दो वर्षो से यह आयोजन नही होने से इस वर्ष उत्साह अधिक देखा गया। शासन द्वारा ईद ए मिलादुन्नबी पर जुलूस की अनुमति तो दी गई परंतु जूलुस के मार्ग को कम करने के साथ ही उसमें वाहनो और डीजे की पाबंदी लगाई गई थी। जिस के चलते लोग जुलूस में पैदल शामिल हुए। जश्र ईद ए मिलादुन्नबी के अवसर पर शहर के पच्छमी छोर से बहने वाली उतावली नदी के तट पर स्थित सूफी संत हजरत शाह भिकारी के वार्षिक उर्स का आयोजन भी होता है, जहां देश भर के विभिन्न भागों से बडी संख्या में जायरीन पहुंचते है जिस के चलते यहां उतावली नदी के किनारे मगरिब की नमाज का आयोजन होता है जहां हजारों की संख्सा में लोग पहुंच कर नमाज अदा करते है, परंतु इस वर्ष भी कोरोना संक्रमण की गाईड लाईन और उपचुनाव की आचार संहिता लागू होने से यहां मगरिब की नमाज के लिए पाबंदीयां लागू होने से बहुत कम लोग सीमित संख्या में नमाज अदा करेगे। जिस के लिए नगर निगम और जिला प्रशासन के द्वारा सभी अवश्यक इंतेजाम किए गए है।