बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) लाल मोहम्मद मक़सूद मरहूम खानदान में यह खबर बड़े ही रंजो गम के साथ पढ़ी और सुनी जाएगी कि मरहूम लाल मोहम्मद की बहू और हाजी सिराज अहमद सरदार की शरीके हयात ;धर्मपत्नीद्ध पत्रकार इक़बाल अंसारीए मरहूम जलाल अंसारीए मोहम्मद अय्यूबएपत्रकार सलीम अख़्तर अंसारीए एम आई जे यूनानी तिब्बिया कॉलेजए वर्सोवा अंधेरी मुंबई में पदस्थ प्रोफेसर डॉक्टर शाहिद अकबरए मोहम्मद हाशिमए डॉक्टर कमाल अनवर की वालिदा ;माताश्रीद्धए छप्ज् मुंबई जि़ला ब्यूरो चीफ़ श्रीमती मेहलक़ा इक़बाल अंसारीए शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हरीरपुरा बुरहानपुर की प्रभारी प्राचार्य नफ़ीसा जलाल अंसारी और युनानी तिब्बिया कॉलेज बुरहानपुर में पदस्थ प्रोफ़ेसर डॉक्टर नसीम अंसारी की सासु मां हज्जिन सईदा बानो ;84द्ध का अल्प बीमारी के चलते रज़ा ए इलाही से इंतिक़ाल हो गया। मरहूमा एक मिलनसारए नेकए धार्मिक संस्कारों से परिपूर्णए सुमो सलात;रोज़े नमाज़द्ध की पाबंद और दयालु महिला थी। मरहूमा ने अपने पीछे सात बेटेए चार बेटियोंए पोता पातीए नवासा नवासी सहित भरा पूरा परिवार छोड़कर इस दुनिया से रुखसत हुई। मरहूमा ने अपने जीवन में इस कहावत को सच्चे अर्थों में चरितार्थ किया कि पुराने ज़माने की अनपढ़ एवं अशिक्षित माताएं अपने बच्चों को शिक्षितएसंस्कारित करती थी।मरहूमा का जनाज़ा उनके निवासित मकान किशोर टॉकीज के सामनेए डाकवाड़ी से जुम्मा के दिन दोपहर 1रू00 बजे उठाया गया और मस्जिद नेअमत उल्लाह शाहए डाकवाड़ी बुरहानपुर में जुम्मे की नमाज़ के बाद जनाज़े की नमाज़ अदा की गई। जनाज़े की नमाज़ मस्जिद नेअमत उल्लाह शाह डाकवाड़ी बुरहानपुर के पेश इमाम हजऱत मौलाना हाफिज़़ मोहम्मद आसिफ़ साहब ने पढ़ाई जिसमें नगर के गणमान्य नागरिक जनोंए सियासीए समाजीए मज़हबी शख्सियत के अलावा इष्ट मित्रोंए शुभचिंतकों और समाज और परिवार के लोगों ने बड़ी संख्या में शिरकत की। मरहूमा को हमीदपुरा स्थित कदीमी दाई इंगा कब्रिस्तान में सैकड़ो लोगों की मौजूदगी में सुपुर्दे ख़ाक किया गया।जुम्मे की शब में बाद नमाज़ ए ईशा मस्जिद नेअमत उल्लाह शाहए डाकवाड़ी बुरहानपुर में मरहूमा के ईसाल ए सवाब के लिए पवित्र कुरान ए पाक के पाठ ;कुरआन खानीद्ध का आयोजन किया गयाए जिस में भी बड़ी संख्या में लोगों ने शिरकत की। मरहुमा के इंतेक़ाल ;निधनद्ध पर खानक़ाही निज़ाम की अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त स्प्रिचुअल शख्सियतए पीरे तरीक़त हजऱत अल्लामा मौलाना सैयद मोहम्मद फारूक मियां चिश्ती मिस्बाही कि़ब्ला देवा शरीफ यूपीए मोमिन जमाअत बुरहानपुर के सरपरस्त अलहाज रियाज अहमद अंसारी लाल टोपीए मोमिन जमाअत बुरहानपुर के अध्यक्ष हाजी मोहम्मद इब्राहिम अंसारी पापा सेठए मोमिन जमाअत बुरहानपुर के पूर्व अध्यक्ष शाह परवेज़ सलामतएबुरहानपुर के पूर्व विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा भैयाए ऑल इंडिया हज वेलफेयर सोसाइटी की मध्य प्रदेश इकाई के उपाध्यक्ष मोहम्मद मोइन /हाजी मतीन अजमलए डॉक्टर ज़ाकिर हुसैन कॉलेज बुरहानपुर के संचालक क़ाईद इस्माइल भाई जरूरीए डॉक्टर ज़ाकिर हुसैन कॉलेज बुरहानपुर की प्रिंसिपल एवं समाज सेविका मोहतरमा डॉक्टर निकहत अफऱोज़ए हरीरपुरा शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के समस्त टीचिंग एवं नॉन टीचिंग स्टाफ में सैयद मसूद अलीएए जावेद रानाए मनाल अंसारीए यामीन सिद्दीक़ी के साथ शिक्षा विभाग बुरहानपुर से जुड़े समस्त अधिकारीए कई स्कूल्स के शिक्षकगणए एसएच युनानी तिब्बिया कॉलेज बुरहानपुर के समस्त प्रोफेसर्स स्टाफ में प्रमुख रूप से सर्वश्री डॉक्टर फऱीद क़ाज़ीए डॉक्टर सबीह उद्दीन जोहरए डॉक्टर मुमताज़ अरशदए डॉक्टर अल्ताफ़ जावेदए डॉक्टर मेहमूद खानए डॉक्टर फिरोज़ खानए दंत चिकित्सक डॉक्टर रज़ा उर रबए डॉक्टर अब्दुल सईद लालबागए वरिष्ठ अधिवक्ता खलील अंसारीए जि़ला हज कमेटी बुरहानपुर के प्रभारी एवं सीनियर एडवोकेट फऱीद खानए सीनियर अधिवक्ता अब्दुल वाहिद मंसूरीएयुवा अधिवक्ता भूपेंद्र जुनागढ़ेए अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शायर डॉक्टर जलील बुरहानपुरीए शिया समाज के प्रतिनिधि में मास्टर एवं शायर आबिद कज़लबाश उफऱ् जानी पहलवानए लालबाग के पार्षद प्रतिनिधि हफीज़ मंसूरीए अब्दुल अज़ीज़ ठेकेदारए पत्रकार अकील आज़ादए जमील उद्दीन निज़ाम उद्दीनए मोमिन जमाअत बुरहानपुर के सरपंच अब्दुल वहीद बाबू काकाए राजपुरा डाकवाड़ी के सरपंच रईस अंसारी पेट्रोल पंपए मोहम्मद आसिफ सरदारए सरपंच एवं भाजपा नेता हाजी सलीम मेहंदी हसन शमशुद्दोहाएमोमिन जमाअत बुरहानपुर के प्रबंधक मोहम्मद फारूक अंसारी चिश्तीए सरपंच साजिद कमाल अंसारी ;बेरी मैदानद्धए मध्य रेलवे के बुरहानपुर स्टेशन के प्रभारी अधिकारी श्री शकील अहमद सिद्दीकीए मोमिन जमाअत बुरहानपुर के सरपरस्त अलहाज आरिफ़ अंसारी अलीगए मध्य प्रदेश राज्य पावरलूम बुनकर सहकारी संघ मर्यादित बुरहानपुर के वर्तमान एवं पूर्व स्टाफ के कर्मचारी सहित समाज जनों ने इस निधन पर शोक व्यक्त करते हुए परिवारजनों के प्रति संवेदना व्यक्त दी। सभी ने मरहूमा के निधन पर दुआए मगफिरत करते हुए अल्लाह से दुआ की कि अल्लाह करीम मरहूमा को अपनी जवारे रहमत में आला से आला मक़ाम के साथ जन्नतुल फिरदौस में आला से आला मक़ाम अता फरमाए और परिवार वालों को सबरे जमील अता फरमाए।