बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) गुरुवार को नवमी पूजा के बाद दुर्गा प्रतिमाओं के देर रात से विसर्जन के साथ नवरात्रि पर्व संपन्न हुआ 9 दिनों तक माता की उपासना के बाद अब दशहरा मनाने की धूम बधाइयों का दौर शुरू हो गया है। गुरुवार को नवमी पूजा के बाद देर रात्रि से दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला शुरू हुआ जो शुक्रवार की दोपहर बाद तक चलता रहा शहर भर की 200 से अधिक प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए पुलिस एवं जिला प्रशासन के द्वारा विशेष व्यवस्थाओं के तहत शहर और उपनगर लालबाग की प्रतिमाओं को विसर्जित करने के लिए अलग रूट बनाकर व्यवस्था की गई उपनगर लालबाग की प्रतिमाओं का विसर्जन हतनूर घाट पर किया गया जबकि शहर के तीन थाना क्षेत्र की प्रतिमाओं के लिए भी व्यवस्था की गई थी। सिटी कोतवाली शिकारपुरा और गणपति नाका क्षेत्र की प्रतिमाएं सिंधीपुरा रोड होकर गांधी चौक फव्वारा चौक होते हुए राजघाट पर विसर्जन हुआ वही सिटी कोतवाली और शिकारपुरा क्षेत्र की प्रतिमाओं का विसर्जन पांडूमल चौराहा होकर राजघाट से किया गया। चुनाव आचार संहिता और कोविड.19 तहत किसी प्रकार के मेले डीजे अखाड़ों की अनुमति के नहीं होने से विसर्जन सादगी के साथ किया गया। तो शाम 6 बजे रेणुका माता स्थित दशहरा मैदान में रावण दहन के बाद दशहरे की धूम से बधाइयों का दौर शुरू हुआ जो देर रात्रि तक चला। इस पूरे आयोजन के लिए जिला एवं पुलिस प्रशासन के द्वारा सुरक्षा के कड़े प्रबंध होने से नवरात्रि एवं दशहरा पर्व शांति और सदभाव के साथ संपन्न हो गया।