बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) प्रदेश नहीं देश के बड़े शिक्षा संस्थानों में गिना जाने वाला जिले का यह बहुचर्चित शिक्षा संस्थान अपनी स्थापना के कुछ समय बाद से ही किसी न किसी मामले को लेकर सुर्खियों में रहा है चाहे वह फिर शिक्षिका के जलकर मरने का मामला हो यह किसी न किसी स्टूडेंट की अचानक मौत हर बार यहां होने वाली घटना के बाद जांच की मांग उठती है पर किसी नतीजे पर नहीं पहुंच मामला दफ्तरों की फाइलों में दब कर रह जाता है क्या इस सब के पीछे बहुबल के चलते हो रहा है यहां होने वाली घटनाओं में अब तक सामने आया है कि अधिकांश घटनाएं रात के अंधेरे में घटित हुई है आखिर इस अंधेरी रात का राज क्या है इस पर से पुलिस को पर्दा उठाना चाहिए क्या संस्थान प्रशासन स्टूडेंट को इतना टॉर्चर करता है कि वह घबराकर मौत को गले लगा लेता है यहां होने वाली घटनाओं के बाद संस्थान पर आरोप लगते आए हैं कि समय रहते पेरेंट्स को खबर नहीं की जाती हाल ही में हुई घटना में भी यही बात परिजनों के माध्यम से सामने आई जिसे पूर्व की तरह संस्थान प्रशासन ने नकारते हुए कहा कि परिजनों को समय रहते सूचित किया गया था अगर संस्थान प्रशासन की बात पर भरोसा किया जाए तो फिर छात्र की मौत परिजनों की मौजूदगी में क्यों नहीं हुई देश प्रदेश के किसी भी संस्थान से ऐसे मामले सामने नहीं आए परंतु जिले का मात्र एक ऐसा शिक्षा संस्थान है जहां किसी न किसी घटना में स्टूडेंट की मौत की खबर सामने आई है फिर वह स्टूडेंट बाहर का हो या शहर का आखिर यहां रात के अंधेरे में ही क्यों घटनाएं घटित होती है इसकी उच्च स्तरीय जांच होकर इस पर से पर्दा उठाना चाहिए।