बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) शहर के मुख्य मार्गो से अतिक्रमण हटाकर आवागमन को सुलभ बनाने के लिए नगर निगम और ट्रैफिक विभाग दिन-रात पसीना बह रहा है सुबह से दोपहर तक रास्तों का अतिक्रमण हटाकर मार्गो को चौड़ा किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं इस टीम के हटते ही मार्गो पर पुनः हाथ ठेलों और गुमठियों का अतिक्रमण पसर जाता है नेहरू चौक तहसील कार्यालय कमल टॉकीज नगर निगम गांधी भवन रोड गांधी चौक आदि ऐसे स्थान है जहां अतिक्रमण हटाने के कुछ समय के पश्चात पुनः इन स्थानों पर अतिक्रमणकारियों के द्वारा हाथ ठेले लगाकर मार्ग को बाधित कर रहे हैं जिससे यह स्पष्ट है कि इन पर नगर निगम और ट्रैफिक विभाग की कार्यवाही का कोई डर नहीं है कार्यवाही में लचीलापन और पुनर्स्थापना का कोई दूसरा स्थान नहीं होने से यह मोहीम आगे पाठ पिछे सपाट जैसी होकर रह गई है नगर निगम और ट्रैफिक विभाग की इस संयुक्त कार्यवाही पर रोड कीनारे खड़े होकर रोजी कमाने वाले इन व्यवसाईयों का कहना है कि उनकी रोजी-रोटी जारी रखने के लिए नगर निगम को हमें ऐसा स्थाई स्थान देना चाहिए जहां वह अपना व्यापार व्यवसाय कर सके लेकिन निगम केवल हमें नुकसान पहचाने और परेशान करने की दृष्टि से यह मोहिम चल रहा है बाजार में 100 से अधिक ऐसे ही हैं जो दिन भर हाथ ठेले पर कटलरी व अन्य सामान बेचकर रोजी कमाते हैं निगम हमें हॉकर्स जोन बनाकर वहां स्थान उपलब्ध कराय लेकिन निगम अपने दायित्वों से बचकर हम गरीबों को परेशान कर रहा है नगर निगम के द्वारा इससे पूर्व भी इस प्रकार की मुहिम चलाई गई तब भी होकर ज़ोन की मांग की गई थी निगम ने दिखावे के रूप में शौकत मैदान में एक छोटा सा हॉकर्स जोन बनाया लेकिन वहां भी अतिक्रमण हो चुका है ऐसी स्थिति में रोड किनारे ठेला लगाना हमारी मजबूरी हो गई है हाथ ठेले पर अपना रोजगार कमाने वाले 100 से अधिक फेरी वालों को नगर निगम केवल अतिक्रमणकारि समझकर परेशान कर रही है अफसर के साथ नगर निगम में बैठे जनप्रतिनिधि भी परिषद में कोई आवास नहीं उठा रहे हैं ।