बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) आईटी के इस युग में सब कुछ मोबिलाइज होकर सारा काम काज नेटवर्किंग पर डिपेंड होकर रह गया है नेट और कनेक्टिविटी नहीं तो सारे कामकाज ठप बस ऐसा ही हाल पिछले 5 दिनों से जिला अस्पताल का है सर्वर डाउन होने से यहां आने वाले मरीजों की चि_ी नहीं बन रही है तो लेबोरेटरी की जांच भी बंद है जिससे सर्वाधिक परेशान गर्भवती महिलाओं को अपनी रूटीन जांच करने में हो रही है इस संबंध में सूत्रों से जानकारी ली गई तो बताया गया कि ऐसा कुछ नहीं है यहां सीवॉन कंपनी का नेटवर्क है इसके हिल जाने से थोड़ी प्रॉब्लम आई है लेकिन अगर यहां आने वाले मरीजों की माने तो उन्होंने बताया कि यह स्थिति विगत 5 दिनों से निरंतर बनी हुई है अनेक बार मरीज अस्पताल से बिना जांच घर लौटे हैं दरअसल 32 करोड़ के इस अस्पताल में महिला नसबंदी ऑपरेशन में छोटे बच्चो के लिए कोई सुविधा नही होने का मामाला हो या गर्भवती महिलाओं की रूटीन जांच यह ऐसे मामले है जिन में निरंतर अव्यवस्था देखी गई है लेकिन इस के बावजूद प्रशासनिक चूक के अनेक मामले सामने आ चुके हैं उस पर कायाकल्प टीम के निरिक्षण में सब कुछ ओके मिलना हैरत की बात है, जिस पर जिला कलेक्टर के द्वारा डिप्टी कलेक्टर स्तर के एक अधिकारी को मॉनिटरिंग के लिए नियुक्त भी किया गया था परंतु इसके बाद भी यहां व्यवस्थाओं में सुधार देखने को नहीं मिल रहा है समय के साथ आधुनिक सिस्टम के तहत यहां पहुंचने वाले मरीजों को टोकन व्यवस्था लागू की गई ताकि मरीजों को इधर.उधर भटकना नहीं पड़े परंतु यह सुविधा दुविधा बन गई है मरीजों का पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं होने से चि_ी नहीं बन रही है हाथ से चि_ी बनाकर काम चलाया जा रहा है परंतु जिम्मेदार 5 दिन बीत जाने के बाद भी समस्या के समाधान के लिए गंभीर दिखाई नहीं दे रहे हैं केवल नेटवर्किंग की छतरी हिलने से नेट के बंद होने का बहाना बनाया जा रहा है भला ऐसे में क्या यहां आने वाले मरीजों को उपचार मिल सकेगा इसके लिए जिला कलेक्टर को स्वयं संज्ञान लेते हुए सीएस और सीएचएमओ की खबर लेनी चाहिए।