बुरहानपुर ( अकील ए आज़ाद) वर्षा ऋतु के लगने के साथ ही निगम प्रशासन नालों की सफाई को लेकर जागा है देर आए दुरुस्त आए इस कहावत को चरितार्थ करते हुए नगर निगम का सफाई अमला शहर के विभिन्न बड़े नालों की सफाई में जुटा दिखाई दे रहा है साथ ही इन नालों के निर्माण और उन पर होने वाले अतिक्रमण को लेकर भी निगम प्रशासन की नींद खुली है नालों की समय से पूर्व सफाई नहीं होने के चलते शहर के विभिन्न प्रमुख मार्गो और चौराहों पर जलभराव की स्थिति बनती है जिस को ध्यान में रखते हुए शहर के सिंधीपुरा राजपुरा व अन्य नालों की सफाई की जा रही है नगर निगम प्रशासन के द्वारा शहर के पाला बाजार लकड़ी बाजार अनाज मंडी आदि क्षेत्र के नालों पर बढ़ता अतिक्रमण स्थाई दुकानों के रूप में परिवर्तित हो चुका है परंतु यहां नगर निगम कोई अभियान नहीं चला रहा है जिसके चलते सिंधीपुरा गांधी चौक लोहार मंडी आदि ऐसे क्षेत्र हैं जहां थोड़ी से वर्षा के बाद ही जलभराव की स्थिति घंटों बनी रहती है समय रहते निगम प्रशासन के द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिए जाने से हर वर्ष यह स्थिति बनती है परंतु समय रहते निगम प्रशासन नहीं जागता है वर्तमान में इन नालों के नए तरीके से निर्माण को लेकर एक कार्ययोजना भी निगम के द्वारा तैयार की गई है जिस पर करोड़ों रुपए खर्च किए जाने की बात सामने आई है लेकिन यहां ध्यान योग्य बात यह है कि निगम प्रशासन शहर के अंडर ग्राउंड नालों की सफाई पर वर्षों से ध्यान नहीं दे रहा है जिसके चलते गांधी चौक खानका वार्ड सहित अन्य क्षेत्रों में जलभराव होने से नागरिकों को अनेक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है नगर निगम प्रशासन के पास सफाई विभाग में स्थाई कर्मचारियों के साथ ठेका पद्धति पर सैकड़ों कर्मचारियों की फौज है परंतु इसके बाद भी शहर के नालों की सफाई पर ध्यान नहीं दिया जाता है जिसका परिणाम है कि शहर के प्रमुख मार्गो चौराहों वार्ड की गलियों में गंदगी का अंबार है जिस पर नगर निगम प्रशासन को स्थाई रूप से ध्यान देना चाहिए!