ऑपरेशन के जी एफ कोसत्रह दिनों में मिली सफलताएसपी ने साझा किए अपने अनुभव

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बुरहानपुर अकील ए आज़ाद नेपानगर के सिविल वाकडी साईं खेड़ा आदि क्षेत्रों में वनों की अवैध कटाई का मुद्दा जिले में लंबे समय से गूंज रहा था जिस पर समय समय से वन विभाग जिला एवं पुलिस प्रशासन की संयुक्त कार्यवाही भी की गई जिसमें अतिक्रमणकारियों के द्वारा वन और पुलिस अमले पर घातक हमले हुए जिसमें वन और पुलिसकर्मी घायल हुए इसी बीच बागड़ी वन चौकी से बंदूकें लूटने का मामला भी सामने आया जो पुलिस प्रशासन के लिए चैलेंज बना पुलिस ने इस मामले में कार्यवाही कर बंदूकें और कारतूस तो बरामद कर लिए परंतु सभी आरोपी फरार हो गए इसके बाद एसपी राहुल कुमार ने डिप्लोमेसी से काम लेते हुए मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर अतिक्रमणकारियों से संवाद स्थापित कर आरोपियों को पकड़ने के प्रयास तेज़ किए तथा बंदूके लूट मामले के आरोपियों को गिरफ्तार भी किया लेकिन वन अतिक्रमणकारियों ने नेपानगर थाने पर हमला कर अपने तीन साथियों को छुड़ा ले गए यह घटना पुलिस के लिए फिर एक बार चैलेंज बनकर सामने आई और आरोपियों को पकड़ने जंगल को अतिक्रमणकारियों से मुक्त करने के लिए 10 से अधिक टीमों का गठन कर जंगल को चारों ओर से घेर आधुनिक तकनीक और वज्र सहित जेसीबी वाहनों का उपयोग कर अतिक्रमणकारियों के ठिकानों को ध्वस्त कर इनामी मुख्य आरोपियों सहित 120 से अधिक आरोपियों को पकड़ा है 7 अप्रैल से आरंभ हुआ ऑपरेशन केजीएफ को सत्रह दिनों में सफल करने पर अपने अनुभव एक विशेष भेंट में मीडिया कर्मियों के साथ साझा करते हुए एसपी राहुल कुमार ने बताया कि शासन ने एक बाप की भूमिका अदा करते हुए जहां भटके हुए आदिवासी अतिक्रमणकारियों पर वन कटाई के मामले में आरोपी बनाए हैं वही उन्हें वन समितियों में शामिल कर वनों की सुरक्षा का जिम्मा भी उन्हें ही दिया है एसपी राहुल कुमार ने यह भी बताया कि उनका उद्देश्य आज वनों को अतिक्रमण से मुक्त कराना ही नहीं आने वाले समय में भी जंगल सुरक्षित रहें इसका भी ध्यान रखना है जहां वन अतिक्रमण और वन कटाई के मुख्य ईनामी आरोपियों को सजा दिलाना है वही जो भटके और दूसरों के बहकावे में आकर वनों का नाश कर रहे हैं उनसे संवाद करना है बागड़ी वन चौकी से बंदूकें लूटने पर कठोर कार्रवाई नहीं करने पर उन्होंने बताया कि उस समय ऑपरेशन के जी एफ के तहत संवाद का दौर जारी था ऐसे में कठोर कार्यवाही पूरे ऑपरेशन को विफल कर देती यहां भटके हुए आदिवासियों से संवाद के माध्यम से उनके नेताओं के ठिकानों का पता लगाना भी आवश्यक था एसपी राहुल कुमार ने कहा कि इस सत्रह दिन के ऑपरेशन में पूरे तरीके से आधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया देर रात से शाम तक लगातार पुलिस टीमों ने जंगल में दबिश देकर 120 आरोपियों को सुरक्षित गिरफ्तार किया है जिसमें उनके अमले पर किसी तरह की कोई आंच भी नहीं आई और यह ऑपरेशन सफल हुआ आगे भी वन अतिक्रमण नहीं हो इस योजना पर काम किया जा रहा है।

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