बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) नगर निगम चुनाव के बाद नवनिर्वाचित महापौर और पार्षदों के चुनाव जीतने के बाद रविवार को शाम 5 बजे स्टेडियम ग्राउंड पर शपथ विधि का आयोजन सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल के विशेष अतिथि में आयोजित किया गया है नवनिर्वाचित महापौर और पार्षदों को जिला कलेक्टर शपथ दिलाएंगे भाजपा के चुनाव जीतने के बाद ऐसा माना जा रहा था कि शपथ विधि में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल होंगे और इसी को लेकर महापौर माधुरी अतुल पटेल भोपाल पहुंचकर मुख्यमंत्री को शपथ विधि के लिए निमंत्रण भी दिया गया था परंतु रविवार को होने वाले शपथ विधि में मुख्यमंत्री के शामिल नहीं होने को लेकर राजनीतिक पंडित इसे मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से दूरी बनाने का अर्थ निकाल महापौर की मामूली वोटों से जीत को मान रहे हैं महापौर का चुनाव जीतने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 12 किलोमीटर से अधिक लंबा रोड शो कर भाजपा को जिताने की गुहार लगाई थी 3 घंटे से अधिक के समय में मुख्यमंत्री ने उपनगर लाल बाग में नुक्कड़ सभा को भी संबोधित किया था अल्पसंख्यक वोटों का ध्रुवीकरण भी हुआ इसके बाद भी माधुरी अतुल पटेल लक बाय चांस चुनाव को मामूली वोटों से जीत पर प्रदेश का पार्टी हाईकमान इस जीत से प्रसन्न नहीं दिखाई दे रहा है मुख्यमंत्री के रोड शो के बाद भाजपा को उम्मीद थी कि वह बड़े अंतर से चुनाव जीतेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ इसमें यह भी माना जा रहा है कि नगर निगम चुनाव में भाजपा की गुटिये राजनीति और बागी उम्मीदवारों के मैदान में होने तथा उन्हें समय रहते समझा नहीं पाने को भी पार्टी बड़ा कारण मान रही है और यही वजह है कि भाजपा 48 वार्डों में से केवल 19 वार्डों में जीत दर्ज करा पाई जबकि नगर निगम में पिछले 15 वर्षों से भाजपा का कब्जा है फिर भी यहां भाजपा की जीत बहुत कम मतों से होने के चलते मुख्यमंत्री ने अपने को शपथ विधि से दूर रखा है वही दूसरा बड़ा कारण यह भी सामने आया कि शाहपुर नगर पंचायत में भाजपा आपस में लड़ उसकी लड़ाई रोड पर नजर आ रही है जिससे गुटबाजी उभरकर सामने आई है नगर निगम के चुनाओ में भी कम पार्षदों के जीतने का कारण आपसी गुटबाजी को ही माना जा रहा है।