बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) खंडवा संसदीय क्षेत्र के नवनिर्वाचित सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल सांसद बनने के बाद पहली बार जिला अस्पताल के औचक निरीक्षण को पहुंचे तो वहां फैली गंदगी और अव्यवस्थाओं को देख मौजूदा स्टाफ पर भड़क उठे और कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई पलंग पर बेडशीट नहीं होने कूलर बंद होने तथा एक पलंग पर दो मरीजों के उपचार को देख वह दंग रह गए यह स्थिति देख सिविल सर्जन से फोन पर बात की हम आपको बता दें कि जिस समय सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल जिला अस्पताल के औचक निरीक्षण को पहुंचे तो उस समय अस्पताल का कोई जिम्मेदार अधिकारी वहां मौजूद नहीं था अस्पताल में भर्ती मरीजों ने सांसद को ठीक से इलाज और मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलने की शिकायत की सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल अपने राजनीतिक गुरु स्वर्गीय नंदकुमार सिंह चौहान के नामे इस अस्पताल की बिगड़ी व्यवस्था को देख दुखी हुए ज्ञात हो कि समय-समय पर प्रभारी मंत्री से लेकर अन्य मंत्रियों और जिला कलेक्टर तक अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं और गंदगी को लेकर अनेक बार बैठक लेकर जिम्मेदारों को व्यवस्था में सुधार लाने के निर्देश दिए गए लेकिन इसके बाद भी कोई सुधार यहां देखने को नहीं मिला जिस पर सांसद ने नाराजगी जाहिर की है कबाड़ कांड के बाद यहां अस्पताल अधीक्षक के बदले जाने के बाद उम्मीद की जा रही थी कि नए सिविल सर्जन व्यवस्थाओं को नए सिरे से जमा कर सुधार लाएंगे लेकिन कोई एक माह का समय बीत जाने के बाद भी यहां व्यवस्थाओं में सुधार के नाम पर कुछ नहीं किया जा सका है राजनीतिक तौर पर 30 करोड़ के अस्पताल निर्माण के बाद इसे सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का नाम देकर राजनेताओं के द्वारा खूब वाहवाही लूटी गई थी परंतु वर्षों बीत जाने के बाद भी आज तक यहां कोई सुधार के साथ पर्याप्त सुविधाएं और अवश्यक स्टाफ नहीं जुटाया जा सका है जो चिंता का विषय है।