बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) जिला चिकित्सालय में होने वाली लापरवाही मरीजो के साथ नर्सिंग स्टाफ के द्वारा अवैध वसूली की शिकायतों व अन्य मामलों को लेकर जिला कलेक्टर के द्वारा नए सीएस की पदस्थापना के साथ वार्डो के स्टाफ में बडे फेरबदल कर सुधार के प्रयास कलेक्टर के द्वारा किए गए थे लेकिन इस को अभी सप्ताह भर नही बीता के मैटरनिटी वार्ड में प्रसुताओं को प्रसव के बाद एक सप्ताह तक छुटटी नही देने डिस्सार्च टिकिट समय पर नही मिलने की शिकायतों को लेकर प्रसुताओं और उनके परिजनों का गुस्सा फूट पडा और विरोध कर फिर एक बार स्टाफ की शिकायत सामने आई है, दरअसल मामला यह है कि प्रसव के बाद जच्चा और बच्चा को तीन से सात दिन तक ऑवर्जवेशन में रखने के बाद भी छुटटी देने का प्रावधान पूर्व से चला आ रहा है, लेकिन विभाग में स्टाफ की कमी और अन्य संसाधनो की कमी के साथ कुच्छ निजी स्वार्थो के चलते मैटरनिटी विभाग प्रसुताओं को एक से दो दिन में ही छुटटी दे रहा है लेकिन अब नर्सिंग स्टाफ की कमी दूर होने तथा पैसा मांगने की शिकायतो को लेकर कलेक्टर ने व्यवस्थाओं पर लगाम कसने से फिर प्रसुताओं को सप्ताह भर बाद छुटटी देने के मूल नियम लागू होने प्रसुताऐं इसे स्टाफ की प्रताडनाऐं मानकर शिकायत कर रही है जिस से एक बार फिर मैटरनिटी विभाग विवादों में आ गया है, नए सीएस बसंत सारस्वत भी अब इस पर कोई कार्यवाही नही कर रहे है, प्रसव के बाद उन ग्रामीण महिलाओं को दिक्कतों का सामना करना पड रहा है जिन्हें दूरदराज के अंचलो तक पहुंचना होता है ऐसे में अब देखना होगा कि इस समस्या का निराकरण सीएस किस प्रकार करते है।