बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) गरीब जन-जन को लंबी और गंभीर बीमारी में लगने वाली महंगी दवाओं से छुटकारा दिलाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार की योजना के तहत प्रदेश भर के जिलों में जन औषधि केंद्र खोले गए थे जहां जेनेरिक दवाएं कम दामों पर उपलब्ध करा कर गरीबों की मदद करना इस योजना का उद्देश है जिले में भी जिला अस्पताल के समक्ष जन औषधि केंद्र का तत्कालीन कैबिनेट मंत्री एवं विधायक अर्चना चिटनिस के द्वारा जोर-शोर के साथ उद्घाटन कर इसे चालू किया गया था जहां गंभीर बीमारियों में नियमित रूप से लगने वाली जेनेरिक दवाएं कम दामों पर उपलब्ध थी केंद्र चालू होने के कुछ समय बाद यहां एक परामर्श केंद्र भी चालू किया गया जहां उपचार के नाम पर फीस की वसूली भी की जाने लगी इसी को लेकर विवादों के बाद से यह जन औषधि केंद्र बंद पड़ा है अब यहां केवल जन औषधि केंद्र का साइन बोर्ड गरीबों को मुंह चढ़ा कर उनका मजाक उड़ा रहा है इसके बंद होने के बाद किसी जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी या फिर किसी जागरूक नेता ने इस ओर मुंह कर नहीं देखा केंद्र की योजना का यहां मरीजों को लाभ मिले नियमित रूप से लगने वाली जेनेरिक दवाएं उन्हें सुलभ हो इसको लेकर किसी की ओर से कोई पहल नहीं की गई है जिला अस्पताल मैं आने वाले ऐसे सैकड़ों मरीज है जिन्हें नियमित बीमारियों के चलते नियमित रूप से जेनेरिक दवाओं की आवश्यकता है परंतु इन जेनेरिक दवाओं के जन औषधि केंद्र नहीं होने से मरीजों को गैर जेनेरिक दवाएं महंगी कंपनियों की खरीद कर खाने को मजबूर होना पड़ रहा है यहां के सत्ताधारी जनप्रतिनिधियों को चाहिए कि वहां इस ओर ध्यान देकर बंद पड़े जनऔषधि केंद्र को चालू करा कर उसका लाभ जनता को दिलाएं।