बुरहानपुर ( अकील ए आज़ाद) 32 करोड़ के इस जिला अस्पताल में सफाई व्यवस्था पहले दिन से एक मुद्दा है जिसके लिए यह व्यवस्था ठेके पर दी गई है परंतु ठेकेदार के द्वारा सफाई व्यवस्था में लापरवाही कर यहां आने वाले मरीजों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है समय समय पर जनप्रतिनिधियों और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी इस ओर ध्यान देकर ठेकेदार को चेतावनी दी है पर व्यवस्था जस की तस बनी हुई है अभी हाल ही में सफाई को लेकर कलेक्टर मैडम के द्वारा फिर एक बार मामला उठाकर ठेकेदार की क्लास लेते हुए इसकी मॉनिटरिंग के लिए अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है परंतु इसके साथ ही यहां आने वाले हैं मरीजों को उचित और आवश्यक उपचार नहीं मिल रहा है। विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी तथा विशेषज्ञ डॉक्टरों की योग्यता का लाभ यहां आने वाले मरीजों को नहीं मिल रहा है इस और भी ध्यान देना चाहिए। लगभग 2 वर्ष से यहां बेहोशी के डॉक्टर नहीं होने से सामान्य ऑपरेशन नहीं हो रहे हैं यहां आने वाले मरीजों को निजी नर्सिंग होम का मुंह देखना पड़ रहा है टीबी जैसे रोग के लिए यहां कोई छाती विशेषज्ञ नहीं है ईएनटी की सेवाएं पूरी तरह से यहां नहीं मिल रही है प्रसव के मामले में गर्भवती महिलाएं परेशान है आदि ऐसे मामले में जिन पर शासन प्रशासन को ध्यान देना चाहिए केवल सफाई व्यवस्था दुरुस्त होने से मरीजों को लाभ नहीं मिलेगा यहां सभी रोगों के विशेषज्ञ डॉक्टर नियुक्त हो और जिले की गरीब जनता को इलाज मिले तब कहीं जाकर जिला अस्पताल का उद्देश्य सार्थक होगा।