बुरहानपुर(अकील ए आज़ाद) तेल कंपनियों के द्वारा एलपीजी गैस एजेंसियों के साथ मिली भगत कर उपभोक्ताओं और सरकार को चूना लगाने का नया फंडा तैयार किया है जिससे उज्जवला योजना सहित अन्य गैस उपभोक्ता अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं। दरअसल कंपनियों के सेल्स मैनेजरो की मिलीभगत से या पूरा खेल चल रहा है जिससे सरकार के राजस्व को भी लाखों करोड़ों का चूना लग रहा है। गैस सिलेंडर के बढ़ते दाम से उज्वला योजना दम तोड़ चुकी है जिसका लाभ एजेंसी संचालक उठा रहे हैं घरेलू गैस की कालाबाजारी के चलते ऑटो सहित व्यवसाय सिलेंडरों में रिफिलिंग जहां बड़ा खतरा बनी हुई है वहीं सरकार की जीएसटी और सीएसटी को भी करोड़ों का चूना लग रहा है कालाबाजारी के लिए एजेंसी संचालक उपभोक्ता की ऑनलाइन बुकिंग कर सिलेंडर की जुगाड़ करते हैं तथा इस प्रकार तेल कंपनियों से फर्जी कोटा अलाट कर उसकी ब्लैक मेलिंग कर रहे हैं। इन सब मामलों पर एक निजी एनजीओ ने बड़े पैमाने पर सर्वे कर भारी-भरकम आंकड़े जमा कर सरकार को सुझाव देते हुए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है जिसमें एनजीओ दक्षता फाउंडेशन ने जहां एजेंसी संचालकों और तेल कंपनियों की मिलीभगत उपभोक्ताओं का शोषण कालाबाजारी के चलते बड़े धमाकों का अंदेशा जताते हुए ऐसे कालाबाजारीओ पर अंकुश लगाने के लिए कड़े कानून बनाने के साथ अर्थदंड से दंडित करने को भी कहा है साथ ही इस एजेंसियों ने गैस उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए तेल कंपनियों के सेल्स मैनेजर के द्वारा कोई जागरूकता प्रोग्राम आयोजित नहीं करने की भी शिकायत जिला कलेक्टर से की है इस शिकायत में यह भी बताया गया है कि गैस एजेंसी संचालक किस प्रकार से आमजन की जान से खिलवाड़ करते हुए शहर भर के विभिन्न स्थानों पर दर्जनों गैस के भरे सिलेंडर रखकर वितरण किया जाता है जो किसी बड़ी दुर्घटना को निमंत्रण देता है इस पर भी तेल कंपनियों का कोई ध्यान नहीं है।