बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) जिले की नेपानगर तहसील के ग्राम घागरला क्षेत्र में होने वाली वनों की अवैध कटाई पर शुक्रवार को पहली बार प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह ने वनों की कटाई पर संतवाना जताते हुए कहा कि वनों की कटाई पाप है इसे बिना हिंसा के बंद होना चाहिए वनों की अवैध कटाई का सिलसिला नेपानगर के घागरला में लंबे समय से चल रहा है। इसको लेकर वन अतिक्रमण कारी आदिवासियों और वन विभाग के साथ पुलिस टीम के साथ आमने सामने का मुकाबला भी हुआ अफसर कर्मी भी घायल हुए लेकिन मुख्यमंत्री कुछ नहीं बोले इसको लेकर क्षेत्र की विधायक सुमित्रा कास्डेकर भी वोट बैंक की राजनीति के चलते खामोश है उनकी इस खामोशी पर ग्रामीण आक्रोश भी जताकर विधायक का विरोध भी कर चुके हैं लेकिन विधायक खामोश है उनके द्वारा सदन में कोई मुद्दा नहीं उठाता देख अब बुरहानपुर के निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा ने घागरला के जंगलों की कटाई का मुद्दा सदन में उठाकर सुर्खियां बटोर रहे हैं। लेकिन क्या उनके विधानसभा क्षेत्र की सारी समस्याएं हल हो गई जो पड़ोस की विधानसभा के मुद्दे को उठाकर राजनीति कर रहे हैं या सुमित्रा कास्डेकर अशम है ऐसे कई सवाल खड़े हो रहे हैं। लंबे समय से यहां जंगल कटाई का मुद्दा उलझा हुआ है लेकिन विधायक कास्डेकर खामोश है क्या इस जंगल कटाई में उनका भी कोई हाथ है ऐसे सवाल उनका पीछा कर रहे हैं लेकिन जवाब किसी के पास नहीं है प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान अपने दिन की शुरुआत रोज एक पेड़ लगाकर करते हुए संदेश दे रहे हैं कि पर्यावरण को बचाना है तो पेड़ लगाए लेकिन वहीं दूसरी और तेजी से कटते जंगल मुख्यमंत्री की इस पहल को मुंह चिढ़ा रहे हैं लेकिन स्वयं मुख्यमंत्री वनों के दुश्मनों पर कार्यवाही के कड़े आदेश नहीं देकर केवल संतावन जता रहे हैं।