बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) निगम परिषद का कार्यकाल समाप्त हुए लगभग दो वर्ष होने को है, कोरोना संक्रमण के चलते स्थानीय निकाई के चुनाव नही होने तथा वार्ड पार्षदों के नही होने से शहर के भीतरी भाग गंदगी की चपेट में जिस पर स्वंय निगम आयुक्त के द्वारा सफाई का बीडा उठाकर आयुक्त स्वंय गलीयों और मुख्य मार्गों की खाक छान रहे है जिस से सफाई व्यवस्था में उम्मीद की किरण जागी है। नगर निगम प्रशासन के पास स्थाई कर्मचारीयों के साथ ठेका पद्दधत्ति की बडी फौज है, निगम बजट का बडा हिस्सा सफाई कर्मचारीयों और व्यवस्था पर खर्च किया जाता है बावजूद इस के गलीयों में सफाई को लेकर हालत खराब है जिस का उदाहरण सरदार पटेल वार्ड, इतावारा की नूरशाह सूफी मस्जिद, मस्जिद नवाब कुर्तापोश की गली, पाटिदार कॉलोनी के सामने गली, सालीवाडा, कलाल की फाटक के साथ ही सरदार पटेल वार्ड के जहीर वकील के घर के साथ की गलीयों के साथ अकबर मुकादम कुर्बान सेठ की साईजिंग के पास की भीतरी गलीयों का यदि जायजा लिया जाऐ तो कर्मचारीयों की लापरवाही खुल कर सामने आ सकती है। इन गलीयों में स्थाई कर्मचारी नही होने से नालीयों का गंदा पानी उपर निकल कर गंदगी कर रहा है, वहीं दलेल के नही होने तथा नालीयों पर सफाई कर्मचारी नियुक्त नही होने से यहां स्थिति खराब है, निगम प्रशासन के पास कर्मचारी और संसाधन तो है पर इन पर कमांड करने वाले जिम्मेदारों की कमी और अनदेखी से निगम के सफाई अमले पर उंगलिया उठ रही है जिस पर निगम आयुक्त को अपने प्रात:कालीन भ्रमण पर इन क्षेत्रों पर ध्यान देने की जरूरत है। जिस से सफाई व्यवस्था में सुधार होकर क्षेत्र वासीयों को इस का लाभ मिल सकता है।