बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) लंबे इंंतेजार के बाद बुधवार को होने वाले गिगम सम्मेलन से उम्मीद जागी थी के शहर की समस्याओं पर चर्चा होकर कुच्छ हल निकलेगा लेकिन सदन के दो घंटा देरी से शुरू होने पर जब कार्यवाही शुरू हुई तो महापौर के समकक्ष विधायक प्रतिनिधि अतुल पटेल के बैठने पर वरिष्ठ पार्षद इस्माईल अंसारी की आपत्ति पर सत्ता पक्ष के पार्षदो ने हंगामा खडा कर इसे महापौर और विधायक प्रतिनिधि का अपमान बताकर सदन की कार्यवाही को रोक हंगामा खडाकर दिया जो बढकर दोनों पक्षो के पाषर्दो के बीच हाथापाई की नौबत तक पहुंच गई इसी बीच निगम सम्मेलन की दर्शक दीर्घा में बैठे महिला पार्षदो के प्रतिनिधि ने सदन में घुसकर जमकर हंगामा करते देखे गए लेकिन निगम अध्यक्ष इस पूरे हंगामे पर कोई व्यवस्था नही दे सकी जिस पर उनकी प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठ रहे है। कोई 11 माह के बाद सम्मेलन आहूत हुआ जिस में वर्ष 2024-2025 का बजट भी रखा जाना था लेकिन वह भी पेश नही हो सकता और निगम अध्यक्ष को कढते बवाल के बीच सदन की कार्यवाही को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करना पडा। स्थगित हुए सम्मेलन को लेकिन राजनैतिक गलयारों में चर्चा है कि यह पहले से पिरी प्लान था क्युंकि निगम बजट में कुछ ऐसी त्रुटीयां सामने आई थी जिस पर विपक्ष सत्ता पक्ष को भ्रष्टाचार में जमकर घसीटता इसी के चलते यह अप्रत्याशित ड्रामा सामने आया अब सम्मेलन कब आहूत होगा इस को लेकर निगम अध्यक्ष अनिता अमर यादव कुच्छ बताने की स्थिति में नही है, मीडिया के पूछने पर वह केवल इतना कह सकी के सभी से बातकर तारीख तय की जाऐगी। निगम सम्मेलन में वरिष्ठ पार्षद इस्माईल अंसारी की विधायक प्रतिनिधि के महापौर के साथ बैठने तथा महापौर के द्वारा विधायक प्रतिनिधि से खुसुर फुसुर करने पर यह कहना कि वह डरपोक है पर सत्ता पक्ष का बवाल शहर के आम जन की समझ से परे है जनता ने महापौर को शहर के विकास के लिए चुन कर भेजा और दो वर्ष बाद भी शहर में स्थानीय स्तर पर कोई विकास नही होना महापौर की कार्य कुशलता पर प्रश्र लगाता है, अब निगम का सम्मेलन कब होगा यह राजनैतिक उंट के करवट बैठने पर ही र्निभर होगा तब तक जनता शहर की सडको के गडडो और अन्य समस्याओं को झेलती रहे।