बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) पावरलूम और बीड़ी के इस शहर में सरकारी अस्पताल में विशेष क्षय रोग विभाग भी है परंतु यहां वर्षों से छाती रोग विशेषज्ञ नहीं होने से टीबी रोग के मरीजों को उचित उपचार नहीं मिल पा रहा है यही कारण है कि यह टीबी रोग के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं एक जानकारी के अनुसार सरकारी अस्पताल में प्रतिमाह लगभग 500 मरीज ट्यूबरक्लोसिस के पाए जा रहे हैं वहीं निजी एमडी डॉक्टर के नर्सिंग होम एवं कंसल्टेंसी चेंबर पर भी 15- 20 मरीज सरकारी अस्पताल में पंजीकृत कराए जाते हैं जिले के सरकारी अस्पताल में विशेष क्षय रोग विभाग है डिजिटल एक्स-रे की व्यवस्था है बावजूद इसके शहर में ट्यूबरक्लोसिस के मरीजों में कमी नहीं आ रही है जिस का कारण जानकार छाती रोग विशेषज्ञ की कमी को मान रहे हैं जिले के सरकारी अस्पताल में वैसे तो अन्य विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी है लेकिन राजनेताओं का इस और ध्यान नहीं है अनेक बार विधायक सांसद अस्पताल का दौरा कर वहां की स्थितियों को सुधारने डॉक्टर नर्स अन्य टेक्नीशियन स्टाफ की कमी को दूर करने का आश्वासन देकर चले जाते हैंपरंतु इसके बाद भी यहां छाती रोग विशेषज्ञ डॉक्टर की कमी को पूरा नहीं किया जा सका है ट्यूबरक्लोसिस एक संक्रमण वाला रोग है जो खांसी से एक से दूसरे में जल्द फैलता है इसे कंट्रोल करने के लिए जहां परहेज़ की जरूरत है वही उचित इलाज और विशेषज्ञ डॉक्टर का उपचार लेकिन यह उपचार नहीं मिलने से ट्यूबरक्लोसिस तेजी के साथ फैल रहा है जिस की रोकथाम के लिए उचित उपचार और जागरूकता के प्रोग्राम भी आवश्यक है।