बुरहानपुर (अकील ए आज़ाद) मकर संक्रांति पर्व के अवसर पर पतंगबाजी एक परंपरा है इस दिन छोटे बड़े बच्चे सभी मैदान से लेकर मकान की छत से पतंग उड़ाते हैं पतंग की डोर के रूप में देसी धागे से बना मांझा उपयोग किया जाता है परंतु कुछ समय पूर्व इसका स्थान चाइना मांझे ने ले लिया है जो मानव शरीर के साथ पशु पक्षियों के लिए भी हानिकारक है जहां इस मांझे से पतंग उड़ाने पर हाथ कटने का अंदेशा बना रहता है वही खुले आसमान में पतंग के उड़ने से उसकी डोर पक्षियों के परों में उलझने से पक्षी घायल होने के मामले सामने आने पर जिला कलेक्टर के द्वारा प्रतिबंधित आदेश जारी कर चीन मांझे की बिक्री इसके उपयोग को प्रतिबंधित किया गया है बावजूद इस आदेश के दुकानदार इस मांझे की बिक्री चोरी छिपे कर रहे हैं जिसके चलते पिछले दिनों इस मांझे की ज़द में उल्लू के आ जाने से वह घायल हो गया क्योंकि रविवार को मकर संक्रांति का पर्व है इसको लेकर बाजार में पतंग बाजार पूरे शबाब पर है दुकानदार सादे मांझे के साथ चायना माझा की बिक्री भी कर रहे हैं इसके चलते जिम्मेदार अधिकारियों को पतंग दुकानों पर बिकने वाले मांझे को लेकर सख्ती कर जांच करना चाहिए क्योंकि चाइना मांझे की बिक्री इसके भंडारण तथा उपयोग पर पूरी तरह प्रतिबंध है अधिकारियों के ऐसा करने से सैकड़ो बेजुबान पक्षियों को घायल होने से बचाया जा सकता है